उल्लू बोला – नहीं मित्र हंसिनी तुम्हारी ही पत्नी है और तुम्हारी ही रहेगी। अगर आप सही जगह पर नहीं हैं, तो आपकी ताकत, कौशल और ज्ञान बेकार हैं। अरे हंस मेरी पत्नी को लेकर कहाँ जा रहे हो। गाँधी जी एक बार अपनी यात्रा पर निकले थे. तब उनके https://lokhitkhabar.com/