ॐ ऐं ह्रीं श्रीं वाग्देव्यै सरस्वत्यै नमः ॥ वन्दे विष्णुम् भवभयहरम् सर्वलोकैकनाथम्॥ ओ३म् (ॐ) या ओंकार को प्रणव कहा जाता है, ओउ्म तीन शब्द ‘अ’ ‘उ’ ‘म’ से मिलकर बना है, जो त्रिदेव ब्रह्मा, विष्णु और महेश तथा त्रिलोक भूर्भुव: स्व: भूलोक भुव: लोक तथा स्वर्ग लोक का प्रतीक है। https://williamy109peu7.blogpixi.com/profile